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वैज्ञानिक उपकरण एवं इनके उपयोग

* स्पीडो मीटर – यह गति को प्रदर्शित करता है जो की कार ट्रक आदि वाहनों के अंदर लगा होता है .

* सबमेरीन – पानी के अंदर चलने वाला छोटा जलयान है जिसकी सहायता से समुद्र की सतह पर होने वाली हलचल का भी ज्ञान होता रहता है .

* स्फेरोमीटर – गोलिय तल की वक्रता त्रिज्या ज्ञात करने के काम आता है .

* विस्कोमीटर – द्रव की श्यानता ज्ञात करने के काम

* टेली फोटोग्राफी – इसकी सहायता से गतिशील वस्तु का चित्र दूसरे स्थान प्रदर्शित किया जा सकता है .

* टेलेक्स – इसके अंतर्गत दो स्थानों के मध्य समाचारों का सीधा आदान प्रदान होता है .

* टेलस्टार – यह अंतरिक्ष मे स्थित ऐसा उपकरण है जिसकी सहयता से महाद्वीपों के आर पार टेलीविजन तथा बेतार प्रसारण भेजे जाते है .

* थर्मोस्टैट- इसके प्रयोग से किसी वस्तु का ताप निश्चित बिंदु तक बनाये रखा जा सकता है .

* थियोडोलाईट- यह अनुप्रस्थ तथा लम्बवत कोणों की माप ज्ञात करने के काम आता है .

* एक्टिओमीटर – सूर्य किरणों की तीव्रता का निर्धारण करने वाला उपकरण

* होवरक्राफ्ट एक वाहन जो वायु की मोटी गद्दी पर चलता है ..यह साधारण भूमि ,दलदली ,बर्फीले मैदानों ,रेगिस्तानो पर तीव्र गति से भाग सकता है
 .
* टेकोमीटर – यह वायुयानो तथा मोटर नावों की गति को मापने वाला उपकरण है .

* अक्युम्युलेटर – इसके द्वारा विद्युत उर्जा का संग्रह किया जाता है ..विद्युत की आवश्यकता पड़ने पर काम मे लिया जाता है .

* एयरोमीटर – इस का प्रयोग वायु एंवम गेस का भार तथा घनत्व ज्ञात करने मे किया जाता है .

* अल्टीमीटर – उड़ते हुए विमान की ऊँचाई ज्ञात करने के लिए किया जाता है .

* अमीटर – विद्युत धारा को मापने के लिए किया जाता है

* अनिमोमीटर – यह हवा की शक्ति तथा गति को मापता है.

* कम्पास बॉक्स –  किसी स्थान पर उत्तर दक्षिण दिशा का ज्ञान होता है .

* साइक्लोटरोन – इसकी सहायता से आवेशित कण जेसे इलेक्ट्रोन प्रोटोन आदि को त्वरित किया जाता है .

* डीक्टाफोन – इसका उपयोग अपनी बात आदेश दूसरे व्यक्ति को सुनाने के लिए रिकॉर्ड किया जाता है ..यह प्राय ऑफिस मे प्रयोग किया जाता है .

* डाइनेमोमीटर – इसका प्रयोग इंजन द्वारा उत्पन्न की गई शक्ति को मापने मे होता है .

* एपीडास्कोप – इसका प्रयोग चित्रों को परदे पर प्रक्षेपण के लिए किया जाता है

* फेदोमीटर – समुंद्र की गहराई नापने के काम आता है .

* बेरोग्राफ – इसके द्वारा वायु मंडल के दाब मे होने वाले परिवर्तन को मापा जाता है .

* बैरोमीटर – वायु दाब मापने के काम आता है .

* बाईनोक्युलर – यह उपकरण दूर की वस्तुए देखने के काम आता है .

* केलिपर्स – बेलनाकार वस्तुओ के अंदर तथा बाहर के व्यास मापे जाते है . तथा इस से वस्तु की मोटाई भी मापी जाती है .

* कार्डियोग्राम – इसके द्वारा हृदय गति की जांच की जाती है.

* क्रोनोमीटर – यह उपकरण जलयानो पर लगा होता है इस से सही समय का पाता चलता है .

* हायग्रोमीटर – वायुमंडल मे व्याप्त आद्रता मापी जाती है .

* पायरोमीटर – दूर स्थित वस्तुओ के ताप को ज्ञात करने हेतु इस यन्त्र का प्रयोग किया जाता है .

* CYCLOTRON – यह कृत्रिम मोसम उत्पन करने के काम आता है .

* स्क्रूगेज – इसका प्रयोग बारिक तारों के व्यास नापने के काम आता है .

* हायड्रोफोन – पानी के अंदर ध्वनि तरंगों की गणना करने मे काम आने वाला उपकरण .

* सेफ्टी लेम्प – यह प्रकाश के लिए खानों मे उपयोग होने वाला उपकरण ..इसकी सहायता से खानों मे होने वाले विस्फोट को बचाया जा सकता है।

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